नवंबर माह में होने वाली रोगों की पूर्व अनुमान सभी पशुपालक यह रखें सावधानी अपने पशुओं को निरोग रखने के लिए

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Animal husbandry department Rajasthan Rajuvas 

प्रिय पशुपालक भाईयों, पशु चिकित्सक गण एवं पशुपालन विकास से जुड़े समस्त अधिकारी, कर्मचारीगण- राजस्थान पशुचिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, बीकानेर के अन्तर्गत पशुचिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय, बीकानेर के वैज्ञानिक उपलब्ध पूर्व आँकड़ों के आधार पर मौसम आधारित पशु रोग पूर्वानुमान लगातार घोषित कर रहे हैं। इस कड़ी में पशुरोग पूर्वानुमान नवम्बर माह, 2021 हेतु प्रस्तुत है :-

नवम्बर माह के लिए निर्दिष्ट सावधानियाँ

1. नवम्बर माह में तापक्रम कम होने की स्थिति में पशुओं को सर्दी से बचाने के उपाय करने होंगे। पशुओं को रात में खुले में ना बांधे। 

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2. पशु आहार में हरे चारे की मात्रा नियंत्रित रखे व सूखे चारे की मात्रा बढाकर दें क्योंकि हरे चारे को अधिक मात्रा में खाने से पशुओं में दस्त अथवा एसिडोसिस की समस्या हो सकती है।

3. परजीवी नाशक दवा का घोल देने से पशुओं को परजीवी प्रकोप से बचाया जा सकता है, इससे ना केवल पशुओं के स्वास्थ्य में सुधार हागा अपितु जो भोजन पशु खाता है उसका भी शरीर में सदुपयोग होगा। परजीवी नाशक दवा को हर बार बदल-बदल कर उपयोग में ले।

4. पशुओं को लवण-मिश्रण निर्धारित मात्रा में दाने या बांटे में मिलाकर देवें। सेंधा नमक इस हेतु सर्वोतम माध्यम है।

5. यदि खुरपका-मुंहपका, फड़किया, छोटी माता, गलघोंटू, ठप्पा रोग के टीके नहीं लगवाएं तो इस समय लगवा लेने चाहिए।

6. दुग्ध उत्पादन में कमी या अन्य समस्या होने पर निकटतम पशु-चिकित्सक से सलाह लें।

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